Sunday, July 2, 2017

शौक भारत को देखने और दिखाने का


 फेसबुक के जरिए युवाओं को बाइक देश की शेर करा रहे युवा
-    बाइक से देश घूमने की चाह
घूमने का शौक किसे नहीं होता, लेकिन सब विदेश घूमने जाना चाहते हैं। लेकिन दिल्ली के कुछ युवा ऐसे हैं जिन्हें दूसरे युवाओं को भारत घुमाने का शौक सिर चढ़ गया है। देश की बेहतरीन और चर्चित जगहों पर बाइक से घुमाने का शौक है। यही नहीं जिन्हें साथ ले जा रहे उन्हें कोई दिक्कत न और घूमने की यादगार अनुभव रहे ऐसे व्यवस्था यह ग्रुप करते हैं। तीन दोस्तों से शुरू यह समूह अभी तक तीन सौ से ज्यादा युवाओं को देश के कोने-कोने की सैर करा चुका है।
समूह से जुड़े प्रजन्य मेहता बताते हैं कि जब वह पढ़ाई कर रहे थे तो उन्हें उस दौरान देश को घूमने का आइडिया दिमाग में आया। इसकी चर्चा उन्होंने अपने दोस्तों से की तो दोस्त पहले एक दो घूमकर आए हुए थे। वह भी उनके साथ घूमने चले गए। फिर जब ऐसी फोटो उन्होंने सोशल मीडिया पर शेयर की तो और लोगों ने भी इसकी जानकारी ली। फिर इससे एक के बाद एक लोग जुड़ते गए। गए दो-तीन साल मे शुरू हुआ यह सफर अब तीन सौ से ज्यादा बाइक राइडर्स तक पहुंच गया है।

बाइक से कोई फर्क नहीं पढ़ता, जज्बा आपके अंदर हो
बाइक राइडिंग ग्रुप से जुड़े तनुज चुघ बताते हैं कि जिन युवाओं को बाइक राइडिंग हमारे साथ करनी हैं वह अपने जज्बे के साथ सोशल मीडिया पर हमसे संपर्क कर सकते हैं।  इसमें बस राइडिंग करने वाले के पास बाइक होनी जरुरी होती हैं। चाहे वह कोई सी भी बाइक हो। इससे कोई फर्क नहीं पढ़ता। बस आपके अंदर बाइक को लॉग टूर पर चलाने का जज्बा होना चाहिए। अगर बाइक नहीं हैं तो वह उपलब्ध करा देते हैं, लेकिन उसके लिए उनसे कुछ राशि ली जाती है। इसके बाद वह जा सकते हैं। तनुज के अनुसार उन्हें घूमने के अऩुभव से यह पता चल गया है कि अगर लद्दाख जा रहे हैं तो वहां पर पैट्रोल पंप कहा कहा है। रहने की व्यवस्था कैसे होगी। और तो अगर बाइक में कुछ प्राब्लम हो गई तो उसे रिपेयर कैसे और कहा कराया जा सकता है इसकी जानकारी है। तो इसलिए उनके साथ जाने वाले को कोई प्रॉब्लम नहीं होती।
लड़किया भी जाती है सैर पर

 बाइक राइडिंग ग्रुप में केवल लड़के ही नहीं लड़किया भी जाती है। कई बार ऐसा हुआ है कि उनके साथ बाइक लेकर लड़किया भी गई है। कुशल का कहना है कि उनके साथ कोई भी जा सकता है। बस शर्ते वह अपनी मर्जी से जा रहा हो। हमारे ग्रुप में सबका स्वागत है। सुशील कुशल के अनुसार जब भी वह घूमने जाते हैं तो ज्यादातर साथ जाने वाले लोग नए होते हैं। और इससे एक दूसरे को भारत घुमाने की चैन बढ़ती जा रही है। प्रजन्य का कहना है कि भारत जैसे पर्यटन स्थल साथ ही किसी और अन्य देश में मिलते हो। इसलिए हमने तय किया है कि भारत के सभी प्रमुख पर्यटन स्थलों का बाइक से घूमने का लक्ष्य पूरा करना है। और लोगों को भी भारत के पर्यटन के बारे में बताना है। 
साभार : पंजाब केसरी









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