Sunday, February 14, 2010

4 साल बाद हम मर जायेंगे


अभी हाल ही में शिवसेना के साथ विवादों से घिरी हुई फिल्म माय नेम इज खान इस फिल्म को शिवसेना ने इस फिल्म को खूब फ्री की पब्लिसिटी दिलाई खैर ,,,,,,,,,,,
इस फिल्म में मधुमखियो को बचाने का भी सन्देश दिया गया है,,,,,,,,,,,,,
हमारा मोबाइल जो हमारे पुरे दिन का एक हिस्सा बन गया है और जिसके बिना हम रह नहीं सकते वो इन मधुमखियो का यमराज साबित हो रहा है क्योकि इससे निकलने वाली किरने इन मधुमकियो का काल बनकर निकलती है जिससे ये मधुमखिया अपना रास्ता भटक जाती है और इन किरणों के जादा प्रभाव से वो हवा में ही दम तोड़ देती है ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
एक और एक चंडीगढ़ में हुए शोध से ये पाया गया है की जिस दिन देश में सारी मधुमखिया ख़तम हो जाएगी उसके ४ साल बाद हम मर जायेगे
यानि अब जीना है तो जनाब हो सके तो हमारी दिनचर्या के हिसा बन चुके मोबाइल का उपयोग बंद कर दीजिये या हो सके तो इसका उपयोग कम कर दीजिये ,,,,,,,,,,,,,,
वर्ना जनाब एक दिन वो आयेगा इस एक विज्ञापन तो मोबाइल कंपनी एयर सेल दे रही है की चीते को बचाओ फिर उसकी की तरह विज्ञापन ना देना पड़े तो जनाब कोशिस कीजये की घर पर लगे लैंडलाइन फोन का उपयोग कीजिये,,,,,,,,,,,,,
नहीं तो उनके ख़तम होने के ४ साल बाद हम भी मर जायेंगे ,,,,,,,,

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